आकर्षण मंत्र के प्रभावी प्रयोग के बारे में जानना चाहते है ? आकर्षण का अर्थ है किसी को तन और मन से अपनी तरफ खींचना. अगर कोई आपके अनुकूल नहीं है तो उसे अपने अनुकूल बनाना.
ज्यादातर लोग आकर्षण का प्रयोग करते है या फिर उनके अन्दर आकर्षण शक्ति पहले से मौजूद होती है. अगर आप चाहे तो खुद में आकर्षण शक्ति को विकसित कर सकते है.
सहायता और सहयोग पाने के लिए आज भी कई लोग आकर्षण मंत्र का प्रयोग करते है. आकर्षण मंत्र का प्रयोग कर अच्छा और बुरा दोनों तरह का काम सिद्ध किया जा सकता है. इससे आप सामने वाले से अपने अनुकूल कार्य करवा सकते है या फिर उनका लाभ उठा सकते है.
कुछ साधक सबसे शक्तिशाली आकर्षण मंत्र प्रयोग सिद्धि का अभ्यास करते है ताकि इसके जरिये वे दूसरो से अपनी बात मनवा सके. ऐसा करने के कई उदेश्य हो सकते है जैसे की
- कोई किसी से रूठ गया हो या फिर पति पत्नी या कपल के बीच ब्रेकअप जैसी स्थिति पैदा हो गई हो.
- किसी बाहर वाले के बहकावे में आने के बाद आपके घर का सदस्य अपने लोगो से उलझना शुरू कर दे.
- मनचाहे पुरुष या महिला को अपनी तरफ भावनात्मक तौर पर आकर्षित करना.
- किसी को अपने अनुकूल बनाकर अच्छा या बुरा उदेश्य की पूर्ती करना.
ऐसे ही कई कारण है जिसकी वजह से आकर्षण, वशीकरण, मोहन जैसे प्रयोग किये जाते है.
सवाल ये उठता है की क्या किसी को हम अपनी तरफ आकर्षित कर सकते है ?
बिलकुल ! अगर आप संकल्प की शक्ति में विश्वास करते है तो आपके लिए ऐसा करना आसान हो जाता है. आपकी प्राण उर्जा का स्तर जितना ज्यादा होगा, मन शांत होगा तो आपके लिए किसी को भी अपने अनुकूल बनाना आसान हो जायेगा.
इस आर्टिकल में हम आकर्षण मंत्र के प्रभावी प्रयोग और मंत्र साधना के बारे में जानने वाले है.
आकर्षण मंत्र की साधना और सिद्धि क्या है
कभी कभार ऐसी स्थिति बन जाती है की हम किसी की तरफ बरबस ही आकर्षित होने लगते है लेकिन, वे इसे लेकर बिलकुल उदासीन होते है. ऐसे में उन्हें भी हमारी तरफ आकर्षित करने के लिए हमें आकर्षण शक्ति को विकसित करने की आवश्यकता हो जाती है.
आकर्षण का प्रयोग करना किसी भी व्यक्ति या महिला को आपकी तरफ आकर्षित कर सकता है. उन्हें आपके करीब आने पर मजबूर कर सकता है और कई बार तो इसका प्रयोग इतना शक्तिशाली होता है की वो खुद को आपसे अलग नहीं कर पाते है.
आकर्षण मंत्र का प्रयोग कई जगहों पर आप सामने वाले को अपने अनुकूल बनाने के लिए कर सकते है.
किसी से अपना काम निकलवाना हो या फिर ऐसे ही अगर किसी को अपने ओर आकर्षित करना हो आप आकर्षण मंत्र प्रयोग कर उन्हें अपने अनुकूल बना सकते है.
आकर्षण मंत्र के शक्तिशाली प्रयोग
ॐ कं हां हूं |
दीपावली या ग्रहण के अवसर पर इस मंत्र का ग्यारह सौ की संख्या में जप कर, एक सौ आठ बार हवन करने मात्र से मंत्र की सिद्धि हो जाती है.
फिर आवश्यकता पड़ने पर इस मंत्र को ग्यारह बार पढ़ें.
अभीष्ट व्यक्ति अनुकूल हो जाएगा.
दूसरा मंत्र
ॐ स्त्रीं स्त्रीं फट् |
इसे भी पहले मंत्र के समान सिद्ध कर लें. मंत्र को सिद्ध करने के बाद जब कभी आवश्यकता पड़े, किसी व्यक्ति विशेष को अपने अनुकूल बनाना हो तो उसके पास जाकर या जब वह पास आए तो मन ही मन इस मंत्र का जप आरंभ कर दें.
इस मंत्र का अदृश्य प्रभाव उसके मानसिक संवेग को साधक के अनुकूल कर देता है.
तीसरा मंत्र
ॐ नमः आदिपुरुषाय अमुकं आकर्षणं कुरु कुरु स्वाहा |
किसी शुभ मुहूर्त में गोरोचन और काले धतूरे का रस निकाल कर स्याही बना ले फिर भोजपत्र पर इस स्याही और कनेर की जड़ की लेखनी से मंत्र में अमुक के स्थान पर अभीष्ट व्यक्ति का नाम लिखें.
इसके बाद कत्था वृक्ष की लकड़ी जलाए और उसकी आग में भोजपत्र को डाल दे. ऐसा करने के दौरान मंत्र पढ़ते रहे.
तीन या पांच रविवार या मंगलवार को यह प्रयोग करने से दूरस्थ गया व्यक्ति शीघ्र लौट आता है.
चौथा मंत्र
ह्रीं ठः ठः स्वाहा.
इस मंत्र का ग्यारह माला जप पूरा करने के बाद निम्नलिखित मंत्र को एक सौ आठ बार नित्य जपें.
नमो भगवते रुद्राय रादृष्टि लेपिना हरः स्वाहा
दुहाई कसासुर की, फुरो मंत्र ईश्वरो वाचा
ग्यारह दिनो में ग्यारह हजार जप से यह मंत्र सिद्ध हो जाता है. इसके बाद बिनौला (कपास), पीली सरसों तथा चूहे के बिल की मिट्टी एक हाथ में लेकर तीन बार इस मंत्र को पढ़कर फूंक मारें.
इससे यह मिश्रण मंत्र सिद्ध होकर अत्यधिक प्रभावी हो जाता है. जिस भी व्यक्ति पर आकर्षण का प्रयोग करना हो, उसका पहना हुआ कोई वस्त्र लेकर उस पर यह मंत्रसिद्ध मिश्रण मंत्र पढ़ते हुए छिड़क दें.
अभीष्ट व इच्छित व्यक्ति जहां भी होगा, वहां से घर लौट आएगा.