Chalawa ghost in Hindi: सुनसान जगहों पर छलावा जैसी शक्तियां वास करती है. छलावा भूत या प्रेत जैसी एक ऐसी नकारात्मक उर्जा होती है जो छल से अपना शिकार करती है.
अपने शिकार के साथ छल करना और उन्हें अपने जाल में फ़साना छलावा की सबसे बड़ी खासियत है.
सुनसान जगह पर जाते टाइम अचानक ही आपको एक व्यक्ति दीखता है और वो आपसे कुछ मांगता है. आप देने के लिए अपना ध्यान उससे हटाते है तो वहां कोई नहीं होता है.
ज्यादातर छलावा प्रेत सुनसान जगहों या फिर जंगल वाली जगहों पर दिखाई देते है. पहाड़ी इलाको में रहने वाले या फिर उन जगहों पर विजिट करने वाले विजिटर अक्सर ऐसी बाते सुनाया करते है.
कई लोकल जगहों पर Chalawa ghost real story को शेयर करते हुए लोगो ने बताया है की ये एक ऐसी नकारात्मक शक्ति होती है जिसे अपने शिकार को भ्रम जाल में फ़साने में मजा आता है.
कई ग्रामीण जगहों पर छलावा का खौफ इस कदर होता है की रात को वे बाहर ही नहीं निकलते है.
उनके अनुसार रात को उन्हें किसी जान पहचान वाले व्यक्ति की आवाज सुनाई देती है जो उनके दरवाजे पर हेल्प मांगता है लेकिन, दूसरे दिन जब वे उस व्यक्ति से पूछते है तो वो साफ़ मना कर देता है.
छलावा हमेशा लोगो को उनके परिचित की शक्ल और आवाज से भ्रमित करता है. आइये आज हम Chalawa ghost के बारे में बात करते हुए जानते है इसके बारे में.
छलावा जिन्हें Shapeshifter Ghost के नाम से भी जानते है अपने शिकार को पूरी तरह से भ्रमित करने की क्षमता रखते है और किसी का भी रूप ले सकते है.
Chalawa ghost in Hindi छलावा भूत प्रेत कौन होते है?
छलावा यानि छल से शिकार करने वाला. भूत प्रेत की केटेगरी में आने वाली ये एक नकारात्मक शक्ति होती है जो सुनसान जगहों से गुजरने वाले लोगो को भ्रमित कर अपना शिकार बनाती है.
छलावा सीधे तौर पर शिकार करने की बजाय उन्हें भ्रमित करते है, जान पहचान के लोगो की शक्ल और आवाज के जरिये बरगलाते है और अंत में अपना शिकार बनाकर अपनी तरह ही छलावा बना देते है.
छलावा ( Chalawa ghost ) कभी भी सीधे तौर पर शिकार नहीं करेंगे.
सुनसान जगहों पर गुजरने वाले लोगो को कुछ भी अजीब दिखाकर उनका ध्यान भटकाते है जिसकी वजह से उनका एक्सीडेंट हो जाता है.
ऐसे कई हाईवे है जहाँ पर रात के अँधेरे में सुनसान जगह पर अचानक ही लोगो को कोई महिला या पुरुष दिखाई देता है.
कई बार अचानक ही कोई जानवर सामने आ जाता है लेकिन, दूर दूर तक जानवर का कोई निशान भी नहीं होता है.
अचानक इस तरह सामने आने से उनका एक्सीडेंट होना पक्का होता है और मौत के बाद वो खुद उस जगह फंस जाते है.
छलावा के पास कौन कौनसी शक्तियां होती है ?
छलावा रूप बदलने में माहिर होते है. विदेशो में इन्हें शेप शिफ्टर Shape Shifter कहा जाता है.
कुछ जगहों पर Skin Walker के नाम से भी जाना जाता है. अनेको नाम होने के साथ ही इनकी मुख्य शक्ति जाहिर होती है.
- ये रूप बदलने में माहिर होते है और पल भर में ही कोई भी रूप ले सकते है.
- एक पल में आपके सामने और अगले ही पल गायब ( Chalawa in real life )जो किसी को भी भ्रमित कर सकता है.
- ये अपने शिकार को उसके परिचित की आवाज में बरगलाते है और उन्हें सुनसान जगह पर ले जाते है.
- जिसे ये शक्तियां अपना शिकार बनाती है उन्हें मारकर ये अपने साथ शामिल कर लेती है जिसकी वजह से ये और ज्यादा शक्तिशाली होती जाती है.
- छलावा किसी एक खास जगह से बंधे हुए होते है. उनकी शक्तियां उस दायरे तक ही काम करती है.
ऐसी और भी कई शक्तियां है जो छलावा प्रेत को सबसे अलग बनाती है.
Chalawa Ghost Real story in Hindi
छलावा की सच्ची कहानियां आपको हर जगह सुनने को मिल जाएगी.
Urban legend and myth about Chhalawa की बात करे तो कई ऐसी सड़के है जहाँ पर अचानक ही लोगो को कुछ दिखाई ( Chalawa in real life ) देता है और उनका एक्सीडेंट हो जाता है.
ओम बन्ना जिनकी आज पूजा की जाती है उनकी गाड़ी का एक्सीडेंट छलावा की वजह से हुआ था और उसके बाद से ही उस जगह पर लोगो ने उनकी शक्ति को महसूस किया है.
दरअसल जब भी उस सड़क से गुजरने वाले किसी व्यक्ति को छलावा अपना शिकार बनाने की कोशिश करता है और उनका बैलेंस बिगड़ जाता है तब, अचानक ही एक शक्ति उन्हें इस मुसीबत से बाहर निकाल देती है.
स्थानीय लोगो का तो यही मानना है की उस जगह पर वास करने वाली छलावा शक्ति (Chalawa ghost ) से ओम बन्ना ही लोगो की सहायता करते है.
इसी वजह से उस रास्ते से गुजरने वाले लोगो की मौत की दर में काफी कमी हुई है.
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Chalawa Ghost Real life story
छलावा की ये सच्ची घटना ( Chalawa ghost real story ) मेरे अपने गाँव की है. हमारे गाँव में एक डॉक्टर रहते थे जिन्हें पेशेंट को देखने के लिए दूर दराज की जगह और दूसरे गाँव तक जाना पड़ता था.
अपनी बाइक पर वो देखने के लिए जाते थे और इसमें वो काफी एक्सपर्ट थे जिसकी वजह से वो कभी लापरवाही से गाडी नहीं चलाते थे.
एक दिन उन्हें किसी काम से दूसरे गाँव जाना था. शाम के 4 से 5 बजे के बीच का समय था जिसे गाँव में आज भी ख़राब माना जाता है.
गाँव से बाहर निकलते ही पहला चौराहा क्रॉस करते ही एक सुनसान जगह आती है. ये जगह कुछ ऐसी थी की आप दूर दूर तक साफ देख सकते है.
दूर दूर तक कोई नहीं था जिसकी वजह से उन्होंने गाड़ी थोड़ी तेज कर दी. अचानक ही उनकी बाइक का बैलेंस बिगड़ गया और वे दूर जाकर गिरे.
घर आ कर उन्होंने बताया की पता नहीं कैसे अचानक रास्ते में नील गाय आ गई.
दूर दूर तक जब वो गाड़ी चला रहे थे इसका नामो निशान तक नहीं था लेकिन, अचानक दिखने की वजह से बैलेंस बिगड़ गया.
बाद में पता चला की उस जगह से गुजरने वाले लोगो को अक्सर ऐसे ही एक नील गाय या दूसरे किसी जानवर के होने का भ्रम होता है.